पटना जिला प्रशासन ने दीघा गंगा घाट के नजदिक हो रहे संकीर्तन महायज्ञ पर रोक लगाई।
LBN News Desk Patna
राष्ट्रीय सामाजिक न्याय मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपेंद्र चौहान एव उपाध्यक्ष अमरेंद्र सिंह क्रांति ने संयुक्त बयान जारी कर कहा कि पटना के वाजीदपुर मखदुमपुर दीघा गंगा तट के नजदीक गंगा को निर्मल एव स्वछ बनाने हेतु हिन्दू सनातन संस्कृति के अनुरुप मशहूर मवेशी डाक्टर विजय शर्मा के नेतृत्व मे अखंड संकीर्तन महायज्ञ का आयोजन किया गया था। इस साल भी 21 दिनों का अखंड संकीर्तन महायज्ञ हो रहा था। आज सुबह पटना जिला प्रशासन के लोग यज्ञ स्थल पर आए और हो रहे अखंड महायज्ञ को खंडित कर दिया। इस अवसर पर धक्का मुक्की में डॉ विजय शर्मा की बेटी बॉबी कुमारी को गंभीर चोटें आई और निजी अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है।
दिलीप कुमार सहित कई अन्य भक्तों को भी गंभीर चोटें आई हैं। पुलिस ने माइक, ढोलक, हारमोनियम और जल को फेंक दिया। प्रशासन के लोगों ने महायज्ञ के बैनर को फाड़ दिया। गंगा जी की मूर्ति उठाकर तोड़ रहे थे। भक्तों और यज्ञ कर्मियों के अनुनय विनय के बाद गंगा जी की मूर्ति को प्रशासन ने लौटाया। महिलाओं भक्तों के सामियाने में घुसकर बिना महिला पुलिस कर्मियों के पुलिस के लोगों ने महिलाओं के साथ हाथबाही और ठेल-ठाल की। पुलिस ने यज्ञ के प्रसाद को उठाकर फेंक दिया। 21 दोनों का यह यज्ञ विष्णु महामंत्र से अखंड होता है। यज्ञ का यह 24 वा साल था। यज्ञ कर्मियों ने दीघा थाने को लिखित सूचना भी दी थी। फिर भी जिला प्रशासन ने सनातन विरोधी और अमानवीय कार्य किया है।
राष्ट्रीय सामाजिक न्याय मोर्चा ने इस पुरे मामले को ले माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी को मेल भेजकर पटना के जिला अधिकारी और एसएसपी साहित्य अन्य अधिकारियों पर पर कठोर कार्रवाई करने की मांग की है। अगर मुख्यमंत्री जी कार्रवाई नहीं करते हैं तो मजबूरी बस या यज्ञ संचालित कर्मियों को माननीय उच्च न्यायालय की शरण में जाना पड़ेगा।