तम्बाकू बहिष्कार को लिया गया शपथ व महाहस्ताक्षर अभियान की शुरुआत की गयी।
*सवेरा कैंसर अस्पताल में तम्बाकू रूपी राक्षस को जलाया गया,तम्बाकू बहिष्कार को लिया गया शपथ व महाहस्ताक्षर अभियान की की गई शुरुआत*
LBN News Desk Patna
सवेरा कैंसर अस्पताल में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस के पूर्व संध्या पर तम्बाकू को जलाया गया व शपथग्रहण समारोह का आयोजन किया गया साथ ही तम्बाकू से होने वाले नुकसान व कैंसर के प्रति जागरूकता के जागरूक रथ के साथ हस्ताक्षर अभियान की शुरुआत भी की गई और रथ को हरी झंडी दिखा रवाना किया गया। अस्पताल परिसर में आयोजित भव्य कार्यक्रम की शुरुआत पद्मश्री डॉ आर एन सिंह, स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार के सचिव संजय कुमार सिंह,अमिताभ सिंह (बिहार राज्य सुरक्षा समिति) व सवेरा हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक डॉक्टर वी पी सिंह द्वारा किया गया।
इस अवसर पर सवेरा के सभी चिकित्सक एवं राज्य की विभिन्न संस्थाओं एवं कल्याण संस्थाओं के संचालक मौजूद थे। जिनमे प्रमुख है, रॉटरी पटना मिड टाउन, इनर व्हील क्लब, महिला विकास मंच, सोसाइटी ऑफ़ ऑन्कोलॉजी, इंडियन कैंसर सोसाइटी आदि प्रमुख है।
उक्त कार्यक्रम का मकसद 31 मई को दुनिया भर में विश्व तम्बाकू निषेध दिवस मनाया जाता है व लोगों को तंबाकू से होने वाली घातक बीमारियों के बारे में जागरुक करना है,ग्लोबल एडल्ट टोबेको सर्वे (गैट्स) 2009-10 के अनुसार, करीब 35 प्रतिशत भारतीय किसी न किसी प्रकार से तंबाकू का इस्तेमाल करते हैं इनमें 47 प्रतिशत पुरुष और 20.2 प्रतिशत महिलाएं हैं।
इस अवसर पर प्रख्यात कैंसर रोग विशेषज्ञ डॉ वी० पी० सिंह ने मीडिया संबोधन में कहा की धूम्रपान का सेवन करना, स्पष्टतः जीवन को नरक से भी बदतर बनाना है। इससे आर्थिक, शारीरिक और सामाजिक आदि हर स्तर पर नुकसान ही नुकसान होता है। एक अनुमान के मुताबिक विश्व में लगभग डेढ अरब लोग धूम्रपान करते है और लगभग 50 लाख लोग प्रतिवर्ष धूम्रपान के घातक प्रभावों के कारण अकाल मौत के शिकार हो जाते है। सबसे चौंकाने वाली बात यह है की इन धूम्रपान करने वालो के संपर्क में रहने के कारन प्रतिवर्ष धूम्रपान न करने वाले 6 लाख लोग अतिरिक्त व्यक्ति भी काल की भेंट चढ़ जाते है।
डॉ वी पी सिंह आगे कहा कि शरीर में 100 से 1000 तक खराब सेल्स (कोशिका) होते है। हर समय हमारी बॉडी में नये सेल्स पैदा होते है और पुराने खराब सेल्स समाप्त भी होते है। पर कैंसर होने पर लाल और सफेद रक्त कोशिकायो का संतुलन बिगड़ जाता है और सेल्स की बढ़ोतरी कंट्रोल से बाहर हो जाती है, जो कैंसर का रूप ले लेता है।
डॉ० वी० पी० सिंह ने कैंसर के कारण के बारे में बताया – नशा का सेवन करने से जैसे – खैनि, गुटखा, तंबाखू, पान मसाला, बीड़ी, सिगरेट, शराब आदि से। ख़ान-पान से जैसे – ज़्यादा चर्बी वाले चीज़ो को खाने से, ज़्यादा नमक खाने से, जो खाना पचने मे ज़्यादा समय लेता है उससे, ज़्यादा समय से एक ही जगह पर बैठने से। मोटापा, हेपटाइटिस बी और एचाइवी के वाइरस की वजह से भी। महिलाओ मे कैंसर के वजह, – बच्चो को अपना दूध नही पिलाने से, ज़्यादा गर्व निरोधक दावा का इस्तेमाल से। मासिक धर्म के बाद अंडरआर्म या फिर ब्रैस्ट में गांठ दिखाई पड़ना । ब्रैस्ट की त्वचा में कोई भी बदलाव महसूस होना, या गड्ढा हो जाना।
कैंसर का लक्षण
मूह के अंदर छाले होना, मूह का सुकड़ना और पूरी तरह मूह का ना खुलना, खाना खाने चबाने, निगलने या हज़्म करने में परेशानी होना, कमर में हमेशा दर्द होना, पेसाब की आदतो मे बदलाव होना, पेशाब में आनेवाले ख़ून, लगातार खाँसी होना या आवाज़ का बैठ जाना, खांसी के दौरान ख़ून का आना, ब्रेस्ट में या फिर शरीर के किसी और हिस्से में गाँठ बनना, ख़ून की कमी की बीमारी अनीमिया आदि । प्रोस्टेट के परीक्षण के असामान्य परिणाम, मेनोपॉज के बाद ख़ून आना ।
इस अवसर पर सचिव स्वास्थ्य विभाग श्री संजय कुमार सिंह ने कार्यक्रम की काफी सराहना की तथा आमलोगों से अपनी भागीदारी ऐसे कार्यक्रमों में देने की अपील की। साथ की ऐसे कार्यक्रमों का निरंतर आयोजन होता रहे, यह सुझाव भी दिया। इस अवसर पर उपस्थित माननीय न्यायधीश श्री गोपाल कृष्ण ने कहा कि कैंसर जैसी महामारी से लड़ने के लिए जागरूकता ही बचाव है। इस अवसर पर अस्पताल के प्रमुख चिकित्षक मौजूद थे जिनमे प्रमुख है, डॉ अविनाश पांडेय, डॉ आकाश सिंह, डॉ विशाल सिंह, डॉ अनीता कुमारी, डॉ आर के सक्सेना, डॉ अमृता राकेश, डॉ शम्मिउल्लाह, डॉ विवेक पांडेय आदि। इस कार्यक्रम का सफल संचालन पद्मश्री डॉ आर एन सिंह ने अपने मार्गदर्शन में किया। लाइव भारत नाउ डेस्क के लिए विशाल वैभव की विशेष रिपोर्ट पटना से