दुश्मन देश में हो या विदेश में वह दुश्मन ही होता है- डॉ. मोहन यादव
*मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बिहार के पाटलिपुत्र, पटना साहिब एवं बख्तियारपुर में लोकसभा प्रत्याशियों के समर्थन में आयोजित जनसभाओं को संबोधित किया।
LBN News Desk Patna
Reporting – Vishal
कांग्रेस में एक परिवार की पांच पीढ़ियां प्रधानमंत्री बनी, अब राहुल गांधी सफाई से झूठ बोल रहे, बाकी साथ दे रहे- डा० मोहन यादव
दुश्मन देश में हो या विदेश में वह दुश्मन ही होता है- डॉ. मोहन यादव
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को बिहार प्रवास के दौरान पाटलीपुत्र लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी श्री रामकृपाल यादव के समर्थन में मानेर, पटना साहिब लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी श्री रविशंकर प्रसाद के समर्थन में काला दिनारा एवं बख्तियारपुर के टेका बीघा मैदान में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि देश की आजादी के बाद राजा, महाराजाओं ने अपनी-अपनी रियासतें छोड़ी। देश में लोकतंत्र की मांग उठी, लेकिन उसके बाद एक-एक परिवार ने अपनी सत्ता पकड़ ली और घर में ही सरकार बना ली। कांग्रेस में एक परिवार की पांच पीढ़ियां प्रधानमंत्री बनी, अब राहुल गांधी सफाई से झूठ बोल रहे, बाकी साथ दे रहे हैं। ‘‘सबका साथ-सबका विकास और सबका विश्वास’’ सिर्फ बोलने के लिए नहीं, करके दिखाने के लिए है और ऐसा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदीजी ने करके दिखाया है। इंडी गठबंधन के लोग सनातन संस्कृति का अपमान करते हैं और सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू से करते हैं। ऐसी पार्टियों की अच्छाई-बुराई देखने की जरूरत है। दुश्मन देश में हो या विदेश में वह दुश्मन ही होता है। इस अवसर पर लोजपा (रा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री चिराग पासवान भी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री स्व. श्री सुशील कुमार मोदी के निवास पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि भी अर्पित की।
*कांग्रेस और घमंडिया गठबंधन झूठ का पुलिंदा है*
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने ‘‘सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास’’ का सिर्फ नारा ही नहीं दिया, बल्कि इसे सार्थक करके भी दिखाया है। एक तरफ भाजपा ने जो कहा करके दिखाया तो दूसरी तरफ कांग्रेस पार्टी और उसके घमंडिया गठबंधन के नेता झूठ पर झूठ परोस रहे हैं। कांग्रेस और उसके सहयोगी घमंडिया गठबंधन झूठ का पुलिंदा है। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कांग्रेस सहित जितने परिवारवादी लोग हैं, इन्हें जब भी कोई बड़ा पद मिलेगा तो इनके परिवार के सदस्य को ही मिलेगा। इन्हें सिर्फ कुछ परिवार ही नजर आते हैं, जिन्हें सभी पद दिए जाते हैं। एक तरफ कांग्रेस है तो दूसरी तरफ भारतीय जनता पार्टी है, जिसमें एक गरीब परिवार का बेटा प्रधानमंत्री बनता है तो एक मजदूर का बेटा मुख्यमंत्री बनता है। कोई गरीब का बेटा, बेटी मंत्री, सांसद, विधायक बनते हैं। यह सिर्फ भाजपा में ही संभव है।
*पहले अंग्रेजों ने तो फिर कांग्रेस ने हमारी जड़ों को काटा*
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि आजादी से पहले अंग्रेजों ने जो काम किया था वही काम आजादी के बाद कांग्रेस पार्टी ने किया। अंग्रेजों ने हमें हमारी जड़ों को काटा है। हमारे स्कूल-कॉलेज के पाठ्यक्रम में देवी-देवताओं को हटाकर पश्चिमी संस्कृति को बढ़ावा दिया। लॉर्ड मैकाले ने हमें हमारे देवी-देवताओं से दूर किया, लेकिन 1947 में आजादी मिलने के बाद शिक्षा नीति में बदलाव किया जा सकता था, जो कांग्रेस और उनके साथियों ने नहीं किया। इन्होंने भी अंग्रेजों की सत्ता को आगे बढ़ाया। इसके बाद जब प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा सत्ता में आई तो 2020 में नई शिक्षा नीति लाई गई। प्रधानमंत्री श्री मोदी जी के माध्यम से एक मौका मिला और अपने देवी-देवताओं के प्रसंगों को पाठ्यक्रम में शामिल किया। यदि भगवान राम-कृष्ण के प्रसंगों को शामिल नहीं करेंगे तो सद्कर्म की शिक्षा व संस्कार कहां से मिलेंगे।
*70 वर्षों में दूर नहीं कर पाए गरीबी, अब कह रहे हैं दूर करेंगे*
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस में एक ही परिवार की पांच पीढ़ियां प्रधानमंत्री बनीं। अब राहुल गांधी भी सफाई से झूठ बोल रहे हैं और बाकी साथ दे रहे हैं। वे कह रहे हैं कि हमारी सरकार बनाओ हम खटाखट गरीबी दूर कर देंगे। कांग्रेस के एक ही परिवार की पांच पीढ़ियों ने वर्षों तक सरकार चलाई, लेकिन उनसे गरीबी दूर नहीं हुई। अब राहुल गांधी कहते हैं गरीबी दूर कर देंगे, जनता सब जानती है मूर्ख नहीं बनेगी।
*छोटे मन के हैं कांग्रेस और घमंडिया गठबंधन के लोग*
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस और विरोधी तो इतने छोटे मन के हैं कि अयोध्या जाकर भगवान श्रीराम के दर्शन करने को तैयार नहीं हैं। जिन्होंने तीन-तीन चार-चार बार सरकार चलाई है, क्या वे कभी मथुरा या अयोध्या दर्शन के लिए लेकर गए हैं? इन्होंने तो भगवान श्रीराम के मंदिर में भी कई अड़ंगे लगाए। भगवान श्रीराम को 70 वर्षों तक टेंट के नीचे बैठाकर रखा, लेकिन देशवासियों के पहले वोट ने देश से आतंकवाद को खत्म किया, तीन तलाक से मुस्लिम बहनों को आजादी दिलाई। दूसरे वोट ने धारा 370 का कलंक मिटाया और भगवान श्रीराम का मंदिर बनकर तैयार हो गया। अब भगवान श्रीराम अयोध्या में मुस्कुरा रहे हैं। इस बार का तीसरा वोट मथुरा में भगवान श्रीकृष्ण के मुस्कुराने की राह खोलेगा।
*राम-कृष्ण, गीता, गौमाता से विरोधियों को नफरत है*
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि भारत का व्यक्ति दुनिया में कहीं भी जाए और कहे कि मैं राम-कृष्ण की धरती से आया हूं तो सब समझ जाएंगे कि ये हिंदुस्तान से आए हैं। कांग्रेस और विरोधी पार्टियों ने लगातार षडयंत्र किए हैं, वे दुर्भाग्य से अपने समाज का वोट लेते हैं। इन्हें तो भगवान श्रीराम, श्रीकृष्ण, गीता, गौमाता से भी पता नहीं क्यों नफरत है। इन विषयों को पाठ्यक्रम का हिस्सा बनना चाहिए, जिस पर हमारी संस्कृति गर्व करे, जिसे सनातन संस्कृति कहते हैं। इंडी गठबंधन के लोग सनातन संस्कृति का अपमान करते हैं और सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू से करते हैं। सनातन के इस अपमान का जवाब इस चुनाव में देना है।
*अब ताजमहल नहीं गीताजी भेंट दी जाती है*
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि एक समय था जब विदेश से आने वाले मेहमानों, राष्ट्राध्यक्षों को हम ताजमहल की प्रतिकृति उपहार में दिया करते थे, लेकिन ताजमहल से हमारी सनातन संस्कृति का कोई लेना-देना नहीं है। आज पूरा देश गौरवान्वित महसूस करता है कि भारत अपने अतिथियों को श्रीमद भागवत गीता की प्रति भेंट करता है। भगवान श्री कृष्णा ने सदैव मोर पंख धारण किया, जिससे हमें संदेश मिलता है कि हमें अपनी जड़ों से हमेशा जुड़े रहना चाहिए। हम सभी के लिए गौरव की बात है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने द्वारका धाम में समुद्र की गहराइयों में जाकर भगवान श्री कृष्ण की नगरी में मोर पंख अर्पित किया। एक समय था जब द्वारका धाम तक जाना संभव नहीं था, लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने पुल का निर्माण कर वहां पहुंचना सुगम कर दिया है।
*बिहार में आकर आनंद आ जाता है*
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि देश में बिहार ही एक ऐसा राज्य है, जिसका नाम भगवान के साथ जुड़ा हुआ है। बिहार में आकर जिसने आनंद नहीं लिया उसकी जिंदगी अधूरी है। बिहार कई कारणों से पूरे देश से विशेष स्थान रखता है। बिहार की अपनी कई खूबियां हैं। यहां से सबसे ज्यादा आईएएस अधिकारी, आईपीएस अधिकारी निकलते हैं। बिहार के लोग अपनी प्रतिभा से जहां भी जाएं वहां झंडे गाड़़ते हैं। लाइव भारत नाउ के लिए विशाल वैभव की विशेष रिपोर्ट पटना से।